अनुप्रयुक्त मनोविज्ञान (तीसरा संस्करण) – सिविल सेवा परीक्षा और राज्य सेवा परीक्षाओं के लिए आदर्श मार्गदर्शिका
"अनुप्रयुक्त मनोविज्ञान (तीसरा संस्करण)" एक समर्पित पुस्तक है जो सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के उम्मीदवारों के लिए विशेष रूप से तैयार की गई है। यह पुस्तक विभिन्न राज्य सेवा परीक्षा में बैठने वाले अभ्यर्थियों के लिए भी अत्यंत लाभकारी साबित होगी। यह पुस्तक यूपीएससी के मनोविज्ञान वैकल्पिक विषय के द्वितीय प्रश्नपत्र (Paper II) के पाठ्यक्रम के अनुरूप है और मनोविज्ञान के विभिन्न पहलुओं को सरल और स्पष्ट भाषा में प्रस्तुत करती है।
पुस्तक में मानव व्यवहार को समझने, विश्लेषण करने और व्याख्या करने के लिए विभिन्न परीक्षणों और तकनीकों का उपयोग किया गया है। यह पुस्तक मानव समस्याओं के समाधान में मनोविज्ञान के अनुप्रयोग पर केंद्रित है, और आधुनिक जीवन की समस्याओं को सुलझाने में मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोणों की उपयोगिता को विस्तार से समझाती है।
प्रमुख विशेषताएं:
- UPSC पाठ्यक्रम के अनुसार: यूपीएससी मनोविज्ञान द्वितीय प्रश्न-पत्र के पाठ्यक्रम में उल्लिखित सभी महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया है।
- आधुनिक जीवन के मुद्दों का समाधान: मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों का उपयोग कर आधुनिक जीवन की समस्याओं और चिंताओं से निपटने की विस्तृत जानकारी।
- नवीनतम क्षेत्रों पर विशेष ध्यान: मीडिया मनोविज्ञान जैसे उभरते विषयों पर विशेष अध्याय।
- भारत-विशिष्ट दृष्टिकोण: भारतीय और पारसांस्कृतिक दृष्टिकोणों का प्रस्तुतिकरण।
- व्यावहारिक अनुप्रयोग: संगठनात्मक प्रबंधन, चिकित्सा, और जन नीति-निर्माण में मनोविज्ञान के सिद्धांतों और तकनीकों के उपयोग पर चर्चा।
- सहायक सामग्री: फ्लोचार्ट, आरेख, और सरल भाषा में समझाए गए सिद्धांत।
यह पुस्तक सिविल सेवा परीक्षाओं के उम्मीदवारों के लिए एक अनिवार्य संसाधन है, साथ ही यह उन सभी के लिए लाभकारी है जो मनोविज्ञान में गहरी समझ विकसित करना चाहते हैं।